आज की इस पोस्ट में हम आपको परमाणु व इसकी संरचना (Atoms and Atomic Structure) के बारे में बताएँगे | इसके साथ ही इलेक्ट्रान, प्रोटोन व न्युट्रान (Electron, Proton and Neutron) के खोजकर्ताओं के बारे में बताएंगे | साथ ही इनको याद रखने के लिए एक Trick भी बताएँगे, जिससे कि आप इनके खोजकर्ताओं को आसानी से याद रखा पाएंगे |

GK Tricks – “ईंट पग नाच“

Explanation

ट्रिकी वर्ड
खोज
खोजकर्ता
ईंट
इलेक्ट्रान
थामसन (Sir J.J. Thomson)
पग
प्रोटान
गोल्डस्टीन (Eugen Goldstein)
नाच
न्युट्रान
चैडविक (James Chadwick)

Note – दोस्तो याद रखियेगा किसी किसी पुस्तक में प्रोटोन के खोजकर्ता गोल्ड्स्टीन की जगह रदर्फोर्ड दिये गये हैं, प्रोटॉन की खोज गोल्डस्टीन ने की थी। प्रोटॉन का नाम रदरफोर्ड ने रखा था।

Atoms and Atomic Structure – परमाणु एवं इसकी संरचना

 परमाणु क्या है? – What is Atom? 

किसी तत्त्व का वह छोटे से छोटा कण जो स्वतंत्र रूप से रासायनिक अभिक्रिया में भाग ले सकता है किंतु स्वतंत्र रूप से रह नहीं सकता परमाणु कहलाता है। सभी तरह के ठोस, तरल, गैस तथा प्लाज्मा परमाणुओं से बना होता है। हर परमाणु नाभिक से बना है और नाभिक एक या एक से अधिक इलेक्ट्रॉनों से सीमित है। नाभिक आमतौर पर एक या एक से अधिक न्यूट्रॉन और प्रोटॉन की एक समान संख्या से बना होता है।

परमाणु के केंद्र में नाभिक होता है जिसका घनत्व बहुत अधिक होता है। नाभिक के चारों ओर ऋणात्मक आवेश वाले इलेक्ट्रान चक्कर लगाते रहते हैं। कुछ तत्त्वों जैसे निष्क्रिय गैसों (हीलियम, नियान, आर्गन, एवं क्रिप्टॉन आदि) के परमाणु स्वतंत्र अवस्था में भी रह सकते हैं क्योंकि ये परस्पर अन्य तत्त्वों के परमाणुओं से संयोग नहीं करते।

 अणु क्या है? – What is Molecule? 

तत्त्व का वह छोटे से छोटा कण जो स्वतंत्र अवस्था में रह सकता है, अणु कहलाता है।

 परमाणु संरचना – Structure of an Atom

परंमाणु, परमाणविक तत्त्वों से मिलकर बना होता है। ये तत्त्व इलेक्ट्रॉन, प्रोट्रान, एवं न्यूट्रान हैं। इन तत्त्वों को परमाणु का मौलिक कण कहा जाता है।

इलेक्ट्रॉन (Electron)

  • इलेक्ट्रॉन की खोज ‘डिस्चार्ज नलिका’ (Discharge tube) प्रयोग द्वारा सर जे.जे. थॉमसन (Sir J.J. Thomson) ने की।
  • उन्होंने बताया कि सामान्य परिस्थितियों में गैसें वैद्युत की कुचालक होती हैं, किंतु, यदि इन पर अत्यंत कम दाब (Low pressure) व उच्च विभव (High voltage) लगाया जाए तो वैद्युत किरणों (Rays) के रूप में गैसों से बहने लगती हैं, इन किरणों को कैथोड किरणें (Cathode rays) कहते हैं।
  • ‘डिस्चार्ज नलिका’ में कैथोड (ऋण इलेक्ट्रोड) से निकलने वाले कुछ कण एनोड (धन इलेक्ट्रोड) पर बौछार (Bombarding) करते हैं।
  • यदि एनोड के पीछे प्रतिदीप्त पदार्थ (Fluorescent material) जैसे जिंक सल्फाइड (ZnS) आदि का लेप कर दिया जाए तो यह कैथोड कणों की बौछार और स्पष्ट दिखाई देती है। (यही सिद्धांत टेलीविजन (TV) में भी अपनाया जाता है)
  • यह स्पष्ट है कि उपरोक्त परीक्षण में कुछ कण किरणों के रूप में ऋणावेशित कैथोड से धनावेशित एनोड की ओर चलते हैं, यही कण इलेक्ट्रॉन कहलाते हैं।
  • इलेक्ट्रॉन परमाणु को बनाने वाला एक मूल कण (Fundamental particle) होता है।

प्रोटॉन (Proton)

  • प्रोटॉन की खोज गोल्डस्टीन (Eugen Goldstein) ने की थी
  • प्रोटॉन (Proton) धनावेशित कण होता है।

न्यूट्रॉन (Neutron)

  • न्यूट्रॉन की खोज चैडविक (James Chadwick) ने सन् 1932 में बेरीलियम (Be) धातु पर a कणों की बौछार कराकर की।
  • न्यूट्रॉन एक वैद्युत उदासीन (शून्य आवेश) कण होता है

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